अगर आप एक किसान है तथा आप बागवानी खेती करना चाहते है तो आपके लिए एक खुशखबरी है की अभी सरकार पपीते की खेती के लिए किसानो को सब्सिडी प्रदान कर रही है इसके बारे में पूरी तरह से जानने के लिए इस लेख को पूरा अवश्य पढ़े.
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क्या है यह योजना
अगर आप एक किसान है तथा आप बागवानी करने की सोच रहे है तो आपके लिए यह बहुत ही अच्छा मौका है क्योकि अभी सरकार किसानो को पपीते की खेती करने हेतु अनुदान तथा बैंक ऋण दे रही है ताकि हमारे देश में किसानो की बागवानी फसलों की खेती करने का बढ़ावा मिले। सरकार यह अनुदान किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए एवं सस्ती दरों पर लोन प्रदान कराने में लगी हुई है। इसी कड़ी में सरकार ने पूरे देश में “एक उत्पाद–एक जिला” कार्यक्रम की शुरुआत की हुई है। जिसके अंतर्गत जिले के अनुसार फसलों को चुना गया है तथा उसके अनुसार ही सरकार के द्वारा किसानों के प्रोत्साहन हेतु विभिन्न आवश्यक सुविधाएँ प्रदान की जा रही है। जैसे की छत्तीसगढ़ राज्य के रायपुर ज़िले में पपीते की फसल को चुना गया है। जिसके तहत रायपुर जिले में बड़ी संख्या में पपीते की खेती हेतु उद्यानिकी विभाग के द्वारा किसानों को प्रोत्साहन तथा प्रशिक्षण देने का सिलसिला शुरू हो चुका है।
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ये किस्म देगी सबसे अधिक उत्पादन
अगर आप भी पपीता की खेती करना चाहते है तो आपको पपीते की उन्नत किस्मो के बारे में पता होना जरुरी है ताकि आप एक अच्छे ढंग से पपीता की खेती कर पाए एवं अच्छा खासा उत्पादन प्राप्त कर सके इसीलिए किसानों को उन्नत तथा अच्छी रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले पपीते के पौधे मिल सके, इस कार्य हेतु इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ हार्टिकल्चर बैंगलोर के द्वारा विकसित की गयी पपीता की किस्म “अर्का प्रभात” किस्म का पौधा रायपुर में लाया गया है। इसकी सहायता से नर्सरी तैयार करके किसानों को रोपण करने के लिए अर्का प्रभात पौधा उपलब्ध कराए जाने की तैयारी शुरू हो चुकी है। इस किस्म यानि अर्का प्रभात की खासियत यह है कि यह किस्म स्पॉट वायरस रसिस्टेंट है। इस किस्म में वायरस से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता काफी ज्यादा होती है जिसके कारण पपीते का पौधा रोग–रहित रहता है यानि की इसमें रोग नही लगता है। आपको बता दे की यह जानकारी 21 जुलाई को एक उत्पाद–एक जिला के अंतर्गत पपीता उत्पादन से पोषण की ओर विषय पर आयोजित की गयी कार्यशाला में दी गई थी। तथा जिला पंचायत रायपुर के सीईओ श्री अविनाश मिश्रा के मार्गदर्शन में उद्यानिकी विभाग तथा कृषि विज्ञान केन्द्र रायपुर ने इस कार्यशाला का आयोजन लाभाण्डी में किया था तथा उसमे काफी ज्यादा संख्या में किसान उपस्थित रहे थे।
कितनी मिलेगी सब्सिडी
अगर आप एक किसान है तथा आप बागवान की फसलो की खेती करना चाहते है तो आपके लिए पपीता की खेती बहुत ही अच्छा आप्शन है क्योकि अभी सरकार इसमें सब्सिडी दे रही है अगर आप इस सब्सिडी को लेकर पपीते की खेती करना चाहते है तथा यह जानना चाहते है की इसमें आपको कितनी सब्सिडी मिलेगी तो आपको बता दे की आपको पपीता की खेती को करने के लिए शासन द्वारा किसानों को 50 प्रतिशत तक का अनुदान मिलेगा तथा आपको इसके लिए 3 लाख रुपये तक का लोन मिलेगा जिस पर कोई नही ब्याज नही लगेगा। आपको बता दे की पपीता एक बहुत ही पौष्टिक फल है यह हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभकारी है। तथा इसकी अच्छी बात यह है की पपीता के पौधे की पत्ती भी काफी उपयोगी है। पपीते के स्वस्थ पौधे आपको उद्यानिकी रोपणियों तथा कृषि केंद्रों पर आसानी से मिल जाते है। पपीता की खेती करने हेतु विभाग के अधिकारी तथा प्रक्षेत्र के कर्मचारी किसानों को जानकारी दे रहे है।
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