अगर आप एक किसान है तो यह पोस्ट आपके लिए बहुत ही काम की होने वाली है क्योकि हम आपको 2020 की तरह आई टिड्डियो के प्रकोप के बारे में बताएँगे.
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क्या है इनके आने का कारण
अगर आप किसान है तो आपको पता ही होगा की देश के कई राज्यों में 2020 में सफ़ेद टिड्डियो का कहर देखने को मिला था जिसकी वजह से किसानो को भरी नुक्सान उठाना पड़ता था जिस खेती में इन टिड्डियो का झुण्ड पहुँच जाता था वह उस खेत की पूरी फसल को नष्ट कर देता था इससे देश के किसानो को आर्थिक तौर पर बहुत ही ज्यादा घाटा लगा था और अब वही टिड्डिया वापस आने लगी है यदि इन पर सरकार द्वारा उचित नियंत्रण नही किया गया तो इस साल भी यह फसलो को बहुत ही नुक्सान पहुंचाएगी. हलाकि यह अभी देश के कुछ क्षेत्रो में ही आ पाई है यदि समय रहते इनका नियंत्रण हो जाता है तो फिर यह फसल को नुक्सान नही पहुँचा पायेगी यदि आप जानना चाहते है की आखिर इन टिड्डियो के आने की वजह क्या है तो आपको बता दे की पश्चिमी राजस्थान के जैसलमेर, बाड़मेर में पिछले दिनों भारी बारिश होना इनका कारण बताया जा रहा है . क्योकि भरी बारिश की वजह से वातावरण में काफी नमी आ चुकी है. आपको बता दे की नमी का वातावरण टिड्डियों की ब्रीडिंग के लिए सबसे उचित माना जाता है तो ऐसे में भारी बारिश के वातावरण में नमी के कारण टिड्डियो की ब्रीडिंग काफी ज्यादा हो चुकी है. इसके कारण देश के किसानों में फसल को लेकर काफी ज्यादा चिंता फ़ैल है.
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इन क्षेत्रो में आई है टिड्डियाँ
अगर आप किसान है तथा आप इन टिड्डियो के प्रकोप को लेकर काफी ज्यादा चिंतित है तथा यह जानना चाहते है की आखिर किन क्षेत्रो में यह टिड्डिया तबाही मचा रही है जैसलमेर के साथ साथ राजस्थान राज्य के कई क्षेत्रो में टिड्डियों की संख्या में काफी वृद्धि हो रही है. इसके कारण अभी सभी किसानों की फसल खतरे में है. आपको बता दे की इस बार टिड्डियां पाकिस्तान से नहीं आई हैं.बल्कि ये यहीं स्थानीय तौर पर उत्पन्न हो रही हैं. टिड्डियों के इन समूहों के द्वारा किसानों की फसल पर हमला शुरू हो चुका है. आपको बता दे की इसकी जानकारी जैसे ही मिली टिड्डी नियंत्रण विभाग ने इनके नियंत्रण के लिए कार्यवाही को शुरू कर दिया गया है. जिसके अंतर्गत 10 प्रभावित सेंटरों पर सर्वे दलो को भेजा गया हैं. आपको बता दे की मुख्य तौर पर जैसलमेर में 2 अतिरिक्त सर्वे दल के द्वारा टिड्डियो के संबंध में सर्वे किया जा रहा है. पिछली बार जब देश में टिड्डियो का प्रकोप आया था तो उससे राजस्थान को काफी नुक्सान हुआ था.जिसका किसानो पर बहुत ही बाधा प्रभाव पड़ा था.
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रोकथाम के लिए किये जा रहे प्रयास
यदि आप किसान है तो अभी आप इन टिड्डियो को लेकर बहुत चिंता कर रहे होंगे तथा आप यह जानना चाहते है की आखिर इन टिड्डियो के नियंत्रण के लिए सरकार क्या प्रयास कर रही है तो आपको बता दे की अभी हाल ही में टिड्डी नियंत्रण विभाग के डिप्टी डाॅयरेक्टर डाॅ विरेन्द्र कुमार के द्वारा बताया गया है की कि जैसलमेर के मोहनगढ़ नहरी क्षेत्र में सुथार वाली मंडी क्षेत्र में 12 पी.डी व आस-पास के अन्य इलाकों में स्थानीय ब्रिडिंग के रुप में निकली हुई भारी संख्या में टिड्डियां को देखा गया है. आपको बता दे की जब विभाग को इसकी जानकारी मिली तो विभाग ने इनको नष्ट करने हेतु एवं नियंत्रण हेतु उन्होंने मेलोथियन के साथ 4 टीमो को प्रभावित क्षेत्रो में भेज दिया गया हैं. आपको बता दे की लगभग 120 हेक्टेयर क्षेत्र में टिड्डियों को नियंत्रित कर लिया गया है. जिन-जिन स्थानों से टिड्डियों के होने की खबर विभाग को मिल रही है वहां वहां टीमो को भेजा जा रहा हैं.
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