हेल्लो दोस्तों अगर आप एक किसान है तथा धान की खेती करते है तथा आप किसी कारण से इस बार धान की बुवाई समय से नही कर पाए है तथा आप चाहते है की आपकी फसल समय पर हो एवं अच्छी पैदावार मिले तो इसके लिए आप इस पोस्ट को पूरा पढ़े.
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किसानो के लिए सलाह
अगर आप एक किसान है तथा आप धान की खेती करते है लेकिन कई बार धान की खेती में यह होता है की किसान किसी वजह से किसान धान की बुवाई उचित समय से नही कर पाते है इसकी कई वजह हो सकती है जैसे की किसान की पिछली फसल समय पर न कट पायी हो,या कई किसान होते होते है जिनके पास खेती के लिए खुद के साधन जैसे की ट्रेक्टर आदि खुद का नही होता है तो किसान खेत की जुताई समय पर नही हो पाती है तो किसान धान की बुवाई समय से नही कर पते है और इस वजह से उनकी धान की फसल लेट हो जाती है एवं धान की वजह से किसान की पूरे साल आगे आने वाली फसले लेट हो जाती है तो किसानो की इसी समस्या को सुलझाने के लिए पूसा संस्थान द्वारा किसानो के लिए एक सलाह जारी करी गयी है जिसके अंतर्गत देश के भारतीय कृषि अनुसंधान के विशेषज्ञ डॉ वाई एस शिवे के द्वारा यह सलाह दी गयी है की जो भी किसान इस साल धान फसल की बुआई किसी भी वजह से समय पर नही कर पाये हैं तो इस साल उन किसानो को धान की ऐसी किस्मो का उपयोग करना चाहिए जो की धान की अन्य किस्मो की तुलना में अवधि में ही पक जाती हैं। इसके साथ ही आपको बता दे की इस साल जो भी ऐसे किसान है जिन्होंने किसी कारण से धान की बुवाई समय पर नही की है तथा धान की अच्छी पैदावार चाहते है उन्हें धान के जैसे पोषक तत्व प्रबंधन पर विशेष ध्यान देना पड़ेगा।
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धान की कम अवधि वाली किस्मे
अगर आप धान की खेती करने वाले किसान है और आप किसी कारण से अपनी धन की बुवाई सही समय से नही कर पाये है तथा आपको लगता है की अब धन की खेती करने से आपकी फसल लेट हो जाएगी या अब खेती से धान अच्छी पैदावार नही दे पायेगी तथा आप चाहते है की आपकी फसल समय पर हो जाये तथा आपको एक अच्छी पैदावार दे तो आपके लिए पूसा संस्थान के अनुसार अब धान की ऐसी किस्मो का चयन करना अच्छा होगा जो की कम समय में पक जाती है ऐसा करने से आप अपनी धान की फसल को समय पर प्राप्त कर पाएंगे एवं इसकी सही पैदावार ले पाएंगे लेकिन इसके लिए आपको यह पता होना जरुरी है है की आखिर कौन सी किस्मे है जो की कम समय में पक जाती है ताकि आप उन किस्मो का चयन करके उस किस्म की धन की खेती कर सके और सही समय पर धान की फसल को प्राप्त कर सके अगर आप जानना चाहते है की धान की ऐसी कौन सी किस्मे है जो की कम समय में पक जाती है तो आपको बता दे की पूसा 1509, पूसा-1692 ऐसी किस्मे है जो की कम समय में पक जाती है अभी इस समय इन किस्मो की धान की खेती करना आपके लिए बहुत ही किफायती होगा क्योकि ये किस्मे एक तो कम समय में पक जाती है एवं अच्छी पैदावार भी देती है।
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इस बार ऐसे करे धान की खेती
अगर आप एक किसान है तथा धान की खेती करना चाहते है किन्तु किसी वजह से आप धान की बुवाई समय से नही कर पाए है तो आपको अब ऊपर लेख में बताई गयी किस्मे की धान की खेती करना बहुत ही लाभदायक होगा एवं यदि आप इन किस्मो की खेती करते है तो आपको इस साल इसके पोषक तत्वों के प्रबंधन का विशेष ध्यान रखना होगा आपको बता दे की आप धान की खेती की बुवाई पहले करे या फिर बाद में आपको दोनों ही स्थितियों में फसल के पोषक तत्वों का विशेष ध्यान रखना पड़ता है लेकिन यदि आप धान की बुवाई लेट करते है तो आपको फसल के पोषक तत्वों का ध्यान रखना और भी महत्वपूर्ण हो जाता है अगर आप जानना चाहते है की आपको धान की फसल में पोशाक्तात्वो का प्रबंधन कैसे करना है तो आपको बता दे की इसके लिए आपको धान की फसल में पोषक तत्व की पूर्ती के लिए नाइट्रोजन- 120 किलोग्राम, फास्फोरस 50-60 किलोग्राम, पोटाश 40-50 किलोग्राम व जिंक सल्फेट 20-25 किलोग्राम की मात्रा में प्रति एकड़ के हिसाब से डालना है। इसके साथ ही आपको बता दे की आपको धान की फसल में फास्फोरस पोटाश तथा जिंक सल्फेट की पूरी मात्रा आखिरी जुताई के समय में देना है। तथा आपको नाइट्रोजन को बराबर बराबर तीन हिस्सों में बांटकर डालना है. पहली डोज आपको रूपाई के 6 से 8 दिन के बाद, दूसरा डोज रूपाई के 25 से 30 दिन के बाद तथा तीसरा डोज रूपाई के 50 से लेकर 60 दिन के बाद डाल देना है.