HomeAgricultureइस तरीके से बुवाई करने से नही होगा चने में कीट का...

इस तरीके से बुवाई करने से नही होगा चने में कीट का प्रकोप

अगर आप चने की खेती करने की सोच रहे है तो इससे पहले आप इस पोस्ट को ध्यान से जरुर पढ़े.क्योकि हम आपको बताएँगे चने की बुवाई का सही तरीका जिससे की आपके चने की फसल में कीटों के लगने की संभावना लगभग शून्य हो सकती है.

यह भी पढ़े:-अनानास की खेती करके कमाए हर महीने मोटा पैसा,ये रहा खेती का बेस्ट तरीका

चने की खेती

आपको तो पता ही होगा की अब खरीफ की फसल आ चुकी है और लोगो ने इसे काटना भी चालू कर दिया है और कई लोग खरीफ की फसल जैसे की धान आदि से फुर्सत हो गए है और अब इसके बाद रबी की फसलो की खेती की जाएगी तो सभी किसान इसकी तैयारी में लग गए है.इसके अंतर्गत लोग गेहूं,चना तथा सरसों की बुवाई करेंगे.इसीलिए आज हम इस पोस्ट में चने की खेती की बात करेंगे इसमें हम जानेंगे की आखिर आपको इसकी बुवाई कैसे करनी है और किस समय पर करनी चाहिए और कितनी मात्रा में बीजो का उपयोग करना चाहिए.इसे कीटो तथा रोगो से किस प्रकार से बचाना है.क्योकि चने की फसल में कई रोगों के लगने के साथ साथ इसमें कीटों के लगने की संभावना भी होती है.इसीलिए हम इस पोस्ट में चर्चा करेंगे की कैसे चने की फसल को रोगों और कीटों से बचाया जा सकता है.

यह भी पढ़े:-प्याज की कीमत ने बढाई लोगों की टेंशन, त्योहारी सीजन में बिगड़ेगा जनता का बजट

कब करे चने की बुवाई

अगर आप चने की खेती करते है या इस साल चने की खेती करने की सोच रहे है.तो आपको बुवाई के समय पर ध्यान देना काफी जरुरी है.क्योकि चने की बुवाई के समय का चने के पौधे की ग्रोथ तथा उत्पादन पर काफी ज्यादा प्रभाव पड़ता है.चने की खेती लोगो के द्वारा दो तरीके से की जाती है.कई लोग इसकी खेती पहले न करने के बजाय पछेती बुवाई करके खेती करते है.आपको बता दे की चने की पछेती खेती करने से यह होता है की इसमें किसानो को ज्यादा लागत लगनी पड़ती है इसमें किसनो को खाद तथा उर्वरक ज्यादा डालना पड़ता है और किसान की लागत बढ़ जाती है इसीलिए आर्थिक लाभ को देखते हुए यदि संभव हो तो आप चने की बुवाई उपयुक्त समय पर ही करे क्योकि पछेती खेती करने से एक तो लागत ज्यादा तो लगती ही है इसके साथ ही इससे उत्पादन भी कम होता है आपको बता दे की पछेती खेती से चने के उत्पादन में 30 से लेकर 40 प्रतिशत कम हो जाता है.बात करे बुवाई के समय की तो इसकी बुवाई का उपयुक्त समय 10 अक्टूबर से लेकर 10 नवम्बर तक का माना जाता है.आपको इसी समय में चने की बुवाई कर देनी है इससे आपको लागत भी कम आएगी और उत्पादन भी अच्छा होता है.

यह भी पढ़े:-अब नहीं होगा पराली से प्रदुषण, इस तरीके से आसानी से निपटा सकते हैं पराली की समस्या

चने की बुवाई के लिए सही मिट्‌टी

अगर आप चने की खेती करने की सोच रहे है तो इसके लिए आपको सही मिटटी का चुनाव करना जरुरी है.अगर आप जानना चाहते है की चने की खेती करने के लिए कौन सी मिटटी अच्छी होती है.तो आपको बता दे की इसके लिए लवण एवं क्षार रहित होनी चाहिए तथा इसकी जल निकासी अच्छी होनी चाहिये.तथा मिटटी का पी एच मान 5.5 से लेकर 7 होना चाहिए.

यह भी पढ़े:-चना मंडी भाव 28 अक्टूबर 2023, जानिए क्या रहा देश की मंडियों में चने का रेट

बुवाई से पहले करे बीज का अंकुरण प्रतिशत

अगर आप चने की बुवाई करने जा रहे है तो इसके पहले आपको चने की बीजो के अंकुरण प्रतिशत की जांच कर लेनी है.जिससे कि आप सही बीजो का चयन कर सके अब आप सोच रहे होंगे की यह कैसे करना है तो आपको बता दे की इसके लिए आपको 100 बीजो पानी में 8 घंटे तक भिगोने के लिए रख देनें है.और इसके पश्चात् आपको बीजो को पानी में से निकालने के बाद गीले तौलिये या बोरे से ढक देने के बाद साधारण कमरे के ताप में रख देना है.इसके बाद आपको करना यह है चार पांच दिनों के बाद बीजो की संख्या को गिनना लेना है.यदि 100 में से 90 या उससे ज्यादा बीज अंकुरित पाए जाते है तो आप उन बीजो का उपयोग बुवाई के लिए कर सकते है.लेकिन इसके विपरीत यदि अंकुरित बीजो की संख्या कम पाई जाती है तो आप ऐसे में बुवाई के लिए यदि संभव हो तो बीज बदल ले या ज्यादा बीजो का प्रयोग करे.

यह भी पढ़े:-गन्ने की ये किस्मे देती हैं धमाकेदार उत्पादन, इस तरीके से की जाती है इनकी खेती

बुवाई से पहले करे बीजों को उपचारित

अगर आप चने की बुवाई करने जा रहे है तो आपको चने के बीजो को उपचारित जरुर कर लेना चाहिए आपको बीजों को राइजोबिया कल्चर तथा पीएसबी कल्चर से उपचारित करना चाहिए तथा इसके पश्चात ही आपको बीजों की बुवाई करनी चाहिए। चने के बीजो को उपचारित करने हेतु जरुरत के हिसाब से पानी को गर्म करके गुड को घोल लेना है। और इसके बाद आपको गुड वाले पानी के घोल के ठंडा होने के पश्चात कल्चर में मिला लेना है.इसके बाद कल्चर में मिले पानी में बीजो को उपचारित कर लेना है.इसके पश्चात् आपको बीजो को छाया में सुखा लेना है.और आपको बीजो की बुवाई कर देनी है और आपको एक बात और बता दे की बीजो को उपचारित करने से पूर्व बीजो को कवकनाशी से भी उपचारित कर लेना है.और इसके पश्चात कीटनाशी से तथा सबसे बाद में राइजोबियम कल्चर से बीजो को उपचारित कर लेना है.

यह भी पढ़े:-अब इथेनॉल को बनाने के लिए सरकार किसानो से करेगी मक्का…

कितनी मात्रा में करे बीजो की बुवाई

अगर आप चने की बुवाई कर रहे है तो आपको बता दे की चने की बुवाई में बीजो की मात्रा का बहुत ही महत्वपूर्ण होती है.अगर आप चने की मात्रा के बारे में जानना चाहते है तो आपको बता दे की छोटे दाने की किस्म के लिए आपको एक हेक्टेयर में 50 से 60 किलोग्राम का उपयोग करना चाहिए.और वाली बड़े दाने वाली किस्म की बुवाई हेतु आपको बीजो की मात्रा 100 किलोग्राम प्रतिहेक्टेयर के हिसाब से रखनी चाहिए.और पछेती बुवाई कर रहे है तो आपको इसके लिए 90 से लेकर 100 किलोग्राम बीज प्रति हेक्टेयर के हिसाब से प्रयोग करना है और काबुली किस्म के लिए 100 से 125 किलोग्राम की मात्रा प्रतिहेक्टेयर में काफी होती है.

यह भी पढ़े:-इसकी खेती के लिए अब सरकार दे रही है 75 प्रतिशत…

कैसे करे चने की बुवाई

  • यदि आपके खेत में समुचित नमी है तो आपको चने की बुवाई सीडड्रिल की सहायता से करना है।
  • लेकिन यदि आपके खेत में नमी की कमी है तो आपको बुवाई गहराई में करनी है तथा पाटा भी लगाना है ताकि बीज नमी के संपर्क में आ जाये।
  • आपको अपने खेत में पौधों की संख्या 25 से लेकर 30 प्रति वर्ग मीटर के हिसाब से रखनी है।
  • बुवाई करते समय आपको प्रत्येक कतार के बीच में 30 सेमी तक रखनी है।
    • आपको पंक्तियों (कूंड़ों) के बीच 30 से.मी. एवं पौधे से पौधे की दूरी 10 से.मी. रखनी है.
  • काबुली चने में सिंचित अवस्था में कूंडों के बीच की दूरी को 45 सेमी रखना है। लेकिन यदि आप देरी से बुवाई करते है तो आपकों कतार से कतार की दूरी को कम करके 25 सेमी रखना है।

यह भी पढ़े:-चने की ये किस्मे देगी आपको बम्पर पैदावार,रोग लगने की संभावना…

चने की बुवाई में इन बातों का रखें अवश्य ध्यान

अगर आप चने की खेती कर रहे है तो आपको चने की बुवाई के दौरान इन बातो का ध्यान जरुर रखना है.सबसे पहले तो आपका खेत अवशेष से मुक्त होना चाहिए.और जमीन में फफुन्दो का विकास न होने पाए.और आपको अपने खेत में बुवाई के लिए बीजो की किस्म का चुनाव अपने क्षेत्र के अनुसार ही करना है.और आपको बुवाई हेतु प्रमाणिक बीजो का ही प्रयोग ही करना है.और बीजोपचार करते समय आपको अपनी सुरक्षा का विशेष ध्यान रखना है.इसके लिए आपको पूरे कपडे पहनना है और मुंह पर मास्क तथा हाथो में दस्ताने का प्रयोग जरुर करना चाहिए.

यह भी पढ़े:-इस तकनीक से खेती करने से किसानो की लागत होगी चार…

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments