अगर आप बिहार राज्य के किसान है तो आपके लिए एक खुशखबरी है जानने के लिए इस पोस्ट को पूरा पढ़े इसमें हम आपको बताएँगे की आखिर किन किन किसानो को 10 लाख रूपये का इनाम मिल रहा है.
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क्या है इस स्कीम
अगर आप एक किसान है तो आपको यह जानने की उत्सुकता जरुर होगी की आखिर कौन सी स्कीम है जिसके तहत किसानो को ये इनाम दिया जाता है तो आपको बता दे की अभी यह स्कीम केवल बिहार राज्य के किसानो के लिए है तो आपको बता दे की कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के द्वारा देशी तथा परंपरागत किस्मों के संरक्षण एवं संवर्धन करने हेतु प्लांट जीनोम सेवियर अवॉर्ड दिया जाता है. तथा इस बार यह पुरुस्कार बिहार के किसानो को दिया जाने वाला है . इस पुरुस्कार हेतु बिहार राज्य के मुजफ्फरपुर के लीची ग्रोवर संघ ऑफ बिहार को चुना गया है .यह पुरुस्कार किसानो के प्रोत्साहन के लिए दिया जाता है ताकि इससे किसानो को फायदा पहुंचे और उनका रुझान इस चीज़ की तरफ बढे.आपको बता दे की यह पुरस्कार 12 से लेकर 15 सितंबर के बीच को दिल्ली में आयोजित होने वाली किसान के अधिकारों को लेकर होने वाले वैश्विक संगोष्ठी कार्यक्रम में दिया जाएगा.
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कैसे मिलेगा यह पुरुस्कार
अगर आप बिहार रज्य के किसान है तो आपके लिए बहुत ही अच्छी खुशखबरी है अगर आप जानना चाहते है की आखिर ये पुरुस्कार आपको किस तरीके से मिलेगा तो आपको बता दे की इस पुरुस्कार के अंतर्गत दो किसान समूहों को 10-10 लाख रुपये तथा चार किसानों को 1-1 लाख रुपया दिया जायेगा.तथा इसके साथ ही किसानों को प्रमाणपत्र तथा प्रशस्ति पत्र भी दिया जायेगा. आपको बता दे की इस पुरस्कार को देने के लिए लीची ग्रोवर एसोसिएशन ऑफ बिहार मुजफ्फरपुर तथा भागलपुर कतरनी धान उत्पादन संघ को चुना गया है. तथा लीची ग्रोवर एसोसिएशन ऑफ बिहार मुजफ्फरपुर को वर्ष 2020-21 हेतु यह पुरस्कार मिलने वाला है.
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आखिर क्यों दिया जा रहा है यह पुरुस्कार
अगर आप यह जानना चाहते है की आखिर यह अवार्ड किसानो को क्यों दिया जा रहा है तो आपको बता दे की इस सम्बन्ध में संघ के अध्यक्ष बच्चा सिंह ने कहा हैं कि उन्हें शाही तथा चाइना वैरायटी के अतिरिक्त विलुप्त होने वाली लीची के 12 अन्य किस्मो के संग्रहण तथा पौधशाला को लगाने हेतु इस पुरुस्कार के लिए चुना गया है. उनके द्वारा लीची की विलुप्त होने वाली गंडकी संपदा, गंडकी लालिमा, गंडकी योगिता, रोज सेंटेंड, स्वर्ण रूपा, लेट बेदाना, अर्ली बेदाना, लौंगिया, त्रिकोलिया, मंदराजी, पुरबी, लौंगन आदि के पौधों का संग्रहण किया गया है. आपको बता दे की इस पुरस्कार के लिए उन्हें पौधा किस्म तथा कृषक अधिकार संरक्षण प्राधिकरण की ओर से पत्र प्राप्त हुआ है.
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क्या होगा किसानो को फायदा
अगर आप एक किसान है तो आपको बात दे की इससे किसानो को बहुत फायदा होगा इससे उनको आर्थिक लाभ तो होगा ही बाकी इससे अन्य किसानो को प्रेरणा मिलेगी लीची ग्रोवर एसोसियेशन ऑफ बिहार के अध्यक्ष बच्चा प्रसाद सिंह के द्वारा बताया गया कि सरकार के इस निर्णय से लीची का उत्पादन करने वाले किसानों का उत्साह बढेगा. उनके द्वारा बताया गया की वैज्ञानिको की टीम जब निरीक्षण करने आई थी तो उन्होंने उनके कलेक्शन सेंटर नेमोपुर नेट युक्त पौधशाला को देखा तथा उसमे सभी प्रजातियों के संकलन से टीम संतुष्ट हुई. तथा इन सभी के बाद ही उन्होंने इस पुरस्कार के लिए उनको चुना है.
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