HomeAgricultureइस मौसम में करे इस पौधे की खेती और कमाए मोटा पैसा...

इस मौसम में करे इस पौधे की खेती और कमाए मोटा पैसा ; जाने इसकी खेती का तरीका

अगर आप इस मौसम में करना चाहते है एक अच्छा मुनाफा देने वाली खेती तो औषधि फसल की खेती करना आपके लिए एक अच्छा आप्शन हो सकता है जो की आपको एक अच्छा मुनाफा दे सकती है और इस मौसम में आप ओषधि खेती के अंतर्गत गुड़मार के पौधे की खेती करके अच्छा खासा पैसा कमा सकते हैं..

यह भी पढ़े:-फसल को छोड़कर अब इन पेड़ो से कर सकते है किसान…

क्या होता है गुडमार

अगर आप भी एक अच्छा मुनाफा कमाने के लिए औषधि की खेती करना चाहते है तो आपको बता दे की भारत में कई प्रकार के औषधीय पौधो की खेती की जाती है, जिनके अंतर्गत गुड़मार भी शामिल है जिसका वैज्ञानिक नाम जिमनामा सिल्वेस्ट्रे है. इस पोधे के पत्ते सबसे फायदेमंद होते हैं, क्योकि यह मधुमेह और लीवर सम्बन्धी रोगों के लिए औषधि का काम करता है इसीलिए गुड़मार को मधुमेह का शत्रु तथा लिवर का टॉनिक भी कहा जाता है. जैसा कि आप जानते है की आज के समय में भारत देश में मधुमेह(डायबिटीस) की बीमारी कितनी तेजी से बढ़ रही है. इसके साथ ही लिवर से संबंधित समस्याएं भी लोगो में बहुत देखने को मिल रही है जो चिकित्सकों के लिए एक चिंता का विषय बनी हुई हैं. ऐसी स्थिति में गुड़मार के पत्तों के द्वारा बनी दवा काफी ज्यादा कारगर साबित हो सकती है.

यह भी पढ़े:-आ गया यूरिया का बाप गोल्ड यूरिया जिस पर मिलेगी ज्यादा…

कैसा होता है गुड़मार

यदि आप गुडमार की खेती करने में रूचि रखते है तो आपके अंदर यह जानने की उत्सुकता जरुर होगी की आखिर गुडमार का पौधा कैसा होता है तो आपको बता दे की एक बेलनुमा पौधा होता है, जो की एक काष्ठयुक्त रोएंदार लता है. इसमें पीले रंग के भड़कीले फूलों के गुच्छे होते हैं. इसकी पत्तियो की लम्बाई 5 से 7 सेंटीमीटर होती हैं. अगर आप इसके पत्तों को चबाएंगे तो कुछ समय के लिए आपके मुंह का स्वाद समाप्त हो जाता है, इस कारण से इसे गुड़मार कहा जाता है.

यह भी पढ़े:-अब आधे दाम में खरीद सकते हैं कृषि उपकरण, सरकार दे…

गुड़मार के गुण

एचएयू (CCS Haryana Agricultural University) के औषधीय, सुगंध एवं क्षमतावान फसलें वाले संभाग का कहना यह है कि इस पौधे का उपयोग औषधि को रूप में किया जा सकता है. इससे मधुमेह या लिवर की बीमारी को दूर किया ही जा सकता है, और साथ ही डायरिया, पेचिश, पेट दर्द आदि में भी इसका उपयोग किया जा सकता है. इसकी सबसे खास बात तो यह है कि गुड़मार के पत्तों के के अलावा इसकी जड़ों का भी औषधि के रूप में होता है. गुडमार की जड़ों का उपयोग से वात रोग तथा पुराने से पुराने बुखार के लिए इसका उपयोग किया जाता है. इसमें किसान गुड़मार की खेती करके इसे निर्यात भी कर सकते हैं. आपको बता दें कि बीते कई सालों में इसका निर्यात बहुत बढ़ चुका है.

यह भी पढ़े:-इसकी खेती से कमा सकते हैं लाखों का मुनाफा, साल भर…

कहाँ करे इसकी खेती

यदि आप गुडमार की खेती करना चाहते है तो आपको यह पता कर लेना चाहिए की इसकी खेती के लिए कैसी मिटटी एवं कैसा वातावरण चाहिए ताकि आप अच्छे से इसकी खेती कर सके यदि आप जानना चाहते है की किस जगह पर इसकी खेती करना चाहिए तो आपको बता दे की आप पूरे देश भर में इसे कहीं भी उगा सकते हैं. गुडमार की खेती की सबसे अच्छी बात यह है की इसकी खेती हर प्रकार की मिट्टी में की जा सकती है. लेकिन फिर भी आप जानना चाहते है की इसकी मिटटी के लिए सबसे अच्छी मिटटी कोन सी है तो आपको बता दे की गुडमार की खेती करने के लिए हलकी दोमट मिटटी को सबसे अच्छा माना जाता है, इसमें जल निकासी की अच्छी व्यवस्था हो. इसकी खेती अभी जंगलों में से एकत्रित किए गए पौधों के द्वारा ही की जाती रही है. इसका रोपण बीज तथा कलम दोनों के माध्यम से किया जा सकता है.

यह भी पढ़े:-अब धान की जगह करें इन फसलों की खेती,कम लागत में…

कब करना चाहिए इसकी खेती

अगर आप जानना चाहते है की इसकी खेती कब करना चाहिए तो आपको बता दे की है जनवरी में इसके ताजा बीज एकत्रित किए जा सकते हैं. तथा इसके बाद नर्सरी में 10 बाई 10 सेंटीमीटर की दूरी पर इन पौधो को लगाया जा सकता है.तथा लगभग एक सप्ताह के बाद इनमे अंकुरण होना प्रारंभ हो जाता है. उसके बाद जब नर्सरी में पौधों की ऊंचाई 15 सेंटीमीटर हो जाए, तो उसके बाद उन पौधो को पॉलीथिन में लगा देना चाहिए.आपको आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इसकी कलम लगाने हेतु फरवरी, मार्च, सितंबर व अक्टूबर के महीने का समय बहुत ही अच्छा होता है.जैसा किआप जानते है की गुडमार एक बेलनुमा पौधा है तो इसके सहारे के लिए लिए बांस या किसी अन्य लकड़ी की जरुरत होती है.

यह भी पढ़े:- टमाटर के भाव में आई अचानक से तेजी

कैसे करे इसकी खेती

यदि आप इसकी खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती के लिए कई बातो का पता होना अनिवार्य है जैसे की इसमें पानी कब देना है क्या और कैसा खाद देना है और निराई गुड़ाई कब करनी है ताकि आप इसकी खेती करके इसकी अच्छी पैदावार कर सके और एक अच्छा मुनाफा कमा सके तो आपको बता दे की इसमें यदि आप 1 हेक्टेयर खेती करते है तो आपको इसमें एक एकड़ की खेती के लिए लगभग 5 टन गोबर की खाद . इसकी खेती का एक फायदा यह भी है की इसकी खेती करने में आपको अधिक पानी की जरुरत नहीं होती है. अगर आपकी फसल गर्मियों के दिनों की हैं, तो आपको 15 दिन में इसमें पानी देना पड़ता है और वही यदि सर्दियों में 25 दिन में सिंचाई करना होता है .इसके पौधे लगाने के 25 दिन बाद पहली गुड़ाई तथा दूसरी गुड़ाई 30 दिन के बाद करना चाहिए.

यह भी पढ़े:- पालीहाउस में खेती करने से होगा बम्पर मुनाफा, प्लांट लगाने के…

कितनी होती है इसकी पैदावार

इसमें एक एकड़ में इसके पत्तों की औसत उपज 10 से 12 क्विंटल होती है. हर साल बाद इसके पत्ते तोड़ने के लिए तैयार होते रहते हैं. तथा इसके पत्तों को अक्टूबर से लेकर फरवरी तक तोड़े तथा साफ करने के पश्चात् छाया में सुखा ले . इसकी जड़ों को अप्रैल या मई के महीने में उखाड़ लेना चाहिए.आपको यह ध्यान रखना है कि जड़ों को धोकर साफ करते छोटे-छोटे भागों में बांटकर सुखाना है तथा उसके बाद इसको प्लास्टिक के थैलों में रखना है.

यह भी पढ़े:- फसल को छोड़कर अब इन पेड़ो से कर सकते है किसान दिन दोगुनी रात चौगुनी कमाई जानिए कैसे

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments