हेल्लो दोस्तों आज हम इस पोस्ट में बात करेंगे आलू की एक ऐसी किस्म के बारे में बात करेंगे जिसके 1 किलो आलू की कीमत सोने भी ज्यादा होती है.
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आखिर कौन सी है ये किस्म
हमारे देश में भी आलू की खेती करी जाती है लेकिन आलू के भाव औसतन 20 से 25 रूपये किलो ही रहते है लेकिन जब इसकी कीमत ज्यादा हो जाती है तो यह हमारे लिए बहुत महँगा हो जाता है तथा कई लोग तो आलू को खरीदना भी बाद कर देते है लेकिन आपको जानकर यह आश्चर्य होगा की आलू की एक ऐसी किस्म भी होती है जिसके यदि आप एक किलो आलू भी खरीदेंगे तो वे आपको सोने से भी महंगे मिलेंगे.आपको बता दे की आलू की इस किस्म की खेती फ्रांस 200 साल से की जा रही है.आलू की इस किस्म का नाम ले बोनोटे है.आलू की इस किस्म का नाम जिस किसान ने इसकी खेती पहली बार की थी उनके नाम पर ही रखा गया.उस किसान का नाम बेनोइट बोनोटे था.इसे सभी लोगो के द्वारा ख़रीदा जाना संभव नही है क्योकि एक आम आदमी जितने में इस किस्म के एक किलो आलू खरीदेगा उतने में तो उसके कई महीनो का राशन आ जायेगा.इसे अधिकतर अमीर लोगो के द्वारा ही ख़रीदा जाता है.
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कितनी है इसकी कीमत
हमारे यहाँ आलू की कीमत बहुत ही कम होती है लेकिन फ्रांस में होने वाली आलू की इस किस्म के आलू बहुत ही महंगे मिलते है.इसकी खेती फ्रांस में भी बहुत कम क्षेत्र में की जाती है.अगर आप जानना चाहते है की इसकी कीमत क्या है तो आपको बता दे की इसके एक किलो की कीमत 50000 से लेकर 90 हजार तक होती है इसका मतलब है की आप जितने रूपये में ये आलू खरीदेंगे उतने में आप भारत में टन की मात्रा में आलू खरीद सकते है फ्रांस में इसकी खेती केवल अटलांटिक महासागर में स्थित फ्रांसीसी द्वीप नोइर्मौटियर में ही की जाती है.इसीलिए यह इतना ज्यादा महँगा मिलता है.यह आलू खाने में काफी स्वादिष्ट होता है.
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क्या है इसके उपयोग
आपको बता दे की ले बोनोटे आलू का उत्पादन काफी कम मात्रा में होता है तथा यह पूरे साल नही मिलता है यह आपको साल में मई तथा जून के महीने में ही मिलता है आपको बता दे की अभी तक इसकी सबसे ज्यादा कीमत 90048 रूपये रही है इतने में आप एक तोले से भी ज्यादा सोना खरीद सकते है.इसका उत्पादन सभी देशो में नही किया जाता है साथ ही यह खाने में भी लाजवाब होता है जिसकी वजह से इसकी कीमत इतनी ज्यादा हो जाती है.आपको बता दे की यह अन्य फ़ूड आईटम जैसे की ट्रफल्स या कैवियार से भी बहुत ज्यादा महँगा है.आपको बता दे की इस आलू की सब्जी बनाकर नही खाई जाती है.इसे पानी में उबालकर मक्खन तथा नमक के साथ खाया जाता है.
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कैसे होती है इसकी खेती
अब हम बात करे इसकी खेती की.आखिर इतने महंगे आलू की खेती कैसे की जाती होगी.आप सोच रहे होंगे की इतने महंगे आलू की खेती के लिए विशेष मशीनों का उपयोग किया जाता होगा किन्तु आपको बता दे की इसके खेती के लिए मशीनों का बिलकुल भी प्रयोग नही होता है.इसकी खेती को पारंपरिक तरीके से होती है.इसकी खेती हाथो से ही होती है.किसान हाथो से ही इसकी रोपाई करते है .तथा बाकी सभी काम भी हाथो से ही किये जाते है.आपको बता दे की इस आलू का आकार बाकी अन्य आलुओ की तुलना में छोटा होता है इसमें निकलने वाला छिलका भी काफी पतला रहता है.ये आलू इतने ज्यादा मुलायम होते है की आप इन्हें हाथो से ही काट सकते है.
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