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धान की खेती नहीं करने पर सरकार दे रही है प्रतिएकड़ 7 हजार रूपए, यहाँ से कर सकते हैं रजिस्ट्रेशन

धान का सीजन आ रहा है देश में किसानो ने धान लगाने की तैय्यारी शुरू कर दी है. जल्दी ही देश में मानसून का आगमन हो जायेगा. देश में वैसे तो आधिकांश हिस्से में धान की खेती की जाती है लेकिन धान की खेती में बहुत अधिक मात्रा में पानी की जरुरत होती है और वाटर लेवल वैसे ही नीचे जा रहा है इसलिए सरकार धान की जगह इस फसल की खेती करने पर किसानो को दे रही है 7 हजार रूपए …

धान की खेती में पानी है बड़ी समस्या

हमारे देश में अधिकांश जनसंख्या खेती से अपना जीवन चलाती है. यहां पर किसान धान, गेहूं, मक्का, सरसों, चना, गन्ना और हरी मटर के साथ-साथ कई तरह की फसलों की खेती करते हैं फिर भी सबसे ज्यादा धान और गेहूं की खेती की जाती है. लेकिन, धान की खेती में सबसे ज्यादा सिंचाई की जरुरत होती है. धान की खेत करने के लिए लाखों लीटर पानी की ज़रूरत होती है इतना पानी बहाने से देश में ग्राउंड वाटर लेवल बहुत नीचे जा रहा है, जो सरकार के लिए एक गंभीर मुद्दा बन गया है. यही वजह है कि केंद्र और सरकारे किसानों से खरीफ के सीजन में धान के बजाए दूसरी फसलों की बुवाई करने की अपील कर रही है. ऐसा करने पर किसानो को सहायता राशि दी जाएगी.

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हरियाणा सरकार चला रही है योजना

धान की जगह दूसरी फसल लगाने पर हरियाणा सरकार दे रही है 7 हज़ार रूपए. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की सरकार इसके लिए प्रदेश में मेरा पानी मेरी विरासत नाम से एक योजना चला रही है. इस योजना का मुख्या उद्देश्य प्रदेश में पानी बचाना है. हरियाणा सरकार का मानना है कि धान की खेती में बहुत अधिक पानी की ज़रूरत होती है इससे लाखों लीटर पानी की बर्बादी हो रही है. ऐसे में अगर किसान भाई धान की जगह किसी दूसरी फसल की खेती करते हैं, तो इससे लाखों लीटर पानी के दोहन को कम किया जा सकता है. वैसे भी बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ आदि अन्केय राज्यों के मुकाबले हरियाणा में किसान ट्यूबवेल से अधिक सिंचाई करते हैं. इससे भूजल स्तर बहुत नीचे जा रहा है. ऐसे में आने वाले वर्षों में जल का भारी संकट खड़ा हो सकता है. इसी को ध्यान में रखते हुए हरियाणा गवर्नमेंट मेरा पानी मेरी विरासत योजना के तहत जल संरक्षण का कार्यक्रम चला रही है.

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कहा से कर सकते हैं आवेदन

हरियाणा प्रदेश के सारे किसान अब मेरा पानी मेरी विरासत योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं। कृषि तथा किसान कल्याण विभाग के निर्देशानुसार जो भी किसान योजना का लाभ लेना चाहते हैं https://t.co/Y55VKZPWQi पर 31.07.2023 तक पंजीकरण कर सकते हैं।

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31 जुलाई है पंजीकरण की आखिरी तारीक

अगर किसान भाई मेरा पानी मेरी विरासत योजना के तहत 7000 पाना चाहते हैं, तो हरियाणा सरकार की आधिकारिक साइट http://fasal.haryana.gov.in पर जाकर अपना पंजीकरण कर सकते हैं. रजिस्ट्रेशन की आखिरी तारीक 31 जुलाई तय की गयी है . दरअसल, हरियाणा गवर्नमेंट मेरा पानी मेरी विरासत के तहत पानी बचाने के लिए यह योजना चला रही है. वह धान की जगह दूसरे फसलों की खेती करने के लिए किसानों से अपील कर रही है इससे पानी की बचत की जा सकेगी .

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सरकार ने जारी किया टोल फ्री नंबर

सरकार ने पानी बचने के लिए इस योजना को लांच किया है और यह ऐलान किया है कि धान की जगह दूसरी फसल की खेती करने पर 7000 रुपये प्रति एकड़ की दर से किसानों को सहायता राशि दी जाएगी. इस योजना की सबसे खास बात यह है कि अगर किसान भाई खेत को खाली रखते हैं, यानी उसमें किसी भी तरह की फसल नहीं लगाएंगे, तो भी उन्हें यह लाभ मिलेगा. अगर किसान भाई इसके बारे में और अधिक जानकारी लेना चाहते हैं, तो सरकार द्वारा जारी किये गए टोल फ्री नंबर 01800-180- 211 पर भी कॉल कर सकते हैं.

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