आमतौर पर चने की फसल की ऊंचाई 45 से 50 सेंटीमीटर तक होती है, जिसकी तुड़ाई मजदूरों के हाथों से कराई जाती है, लेकिन जवाहरलाल नेहरू कृषि विवि के वैज्ञानिकों ने अब चने की ऐसी नई वैरायटी chana new variety तैयार की है, जिसे हार्वेस्टर से भी काटा जा सकेगा। जल्द ही इस वैरायटी को चने की फसल लेने वाले किसानों के लिए रिलीज कर दिया जाएगा। इसे लेकर भी कृषि वैज्ञानिकों के साथ विवि प्रशासन कवायद में जुटा हुआ है।
ये है चना वैरायटी की खासियत :
पौध प्रजनक एवं अनुवांशिक विभाग की प्रोफेसर एवं अखिल भारतीय चना समन्वित परियोजना जबलपुर की प्रभारी डॉ. अनिता बब्बर ने बताया कि वे लंबे समय से चने की इस वैरायटी पर काम कर रही है। जवाहर चना 24 (जे जी 24) को तैयार कर लिया गया है। इस वैरायटी की विशेषता यह कि यह प्रजाति यांत्रिक कटाई के लिये उपयुक्त पाई गई है। इस प्रजाति की ऊचाई 65 सेमी से अधिक तथा घेटिया पौध में ऊपर की तरफ पाई जाती हैं। पौधा कम फैलाव लिये हुए है जिसके चलते हार्वेस्टर से कटाई में दानों का टूटना कम पाया गया हैं। साथ ही इन राज्यों के लिए अनुमोदित इसके पकने की अवधि 110- 115 दिन, दाना बड़ा एवं आकर्षक कत्थई रंग का बीज, तना मोटा व मजबूत, परिवक्व अवस्था में गिरने के लिए अवस्था में गिरने के लिए सहनशील है। साथ ही यह उगटा एवं सूखा सड़न के लिए प्रतिरोधी भी है, जो कि किसानों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है।
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इन राज्यों के लिए अनुमोदित
डॉ. बब्बर ने बताया अखिल भारतीय चना समन्वित परियोजना जबलपुर द्वारा चना की प्रजाति जवाहर चना 24 (जेजी24 ) मध्य भरत के विभिन्न राज्यों मध्य प्रदेश के साथ महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात, छत्तीसगढ़ एवं उत्तरप्रदेश का बुदेलखंड क्षेत्र के लिये अनुमोदित हुईहै।